एक्ट्रेस आरती सिंह हाल ही में चंडीगढ़ पहुंची थीं। इस दौरान भास्कर से बातचीत में उन्होंने अपने एक्टिंग करियर से जुड़ी बातें शेयर कीं। आरती बोलीं कि अब तक कई अलग-अलग तरह के किरदार कर चुकी हैं और सभी किरदारों को बेहद एंजॉय किया है। परिचय में भाभी का किरदार निभाया तो ससुराल सिमर का में सुंदर भूत। आजकल लीड और कैरेक्टर रोल्स में कोई फर्क नहीं रह गया है। मायने रखता है तो बस इतना कि किरदार में दम कितना है। कपिल के बारे में क्या बोलीं...
आरती कहती हैं कि दस साल तक कृष्ण से दूर रही हैं। इसलिए वह कृष्णा की लाडली हैं।
पिता की तरह हैं ची-ची मामा
गोविंदा आरती के मामा हैं। वह निजी जिंदगी में कैसे हैं? इसपर आरती ने कहा कि वह पिता के समान हैं, जो एक पिता अपनी बेटी के लिए सोचते है, वह मेरे लिए सोचते हैं।
- आरती कहती हैं सीरियल परिचय में मेरे किरदार को देखकर मुझे अकसर आंटियां कहती थीं कि हमें तुम्हारे जैसी बहू चाहिए। इसलिए यह किरदार अब तक का मेरा फेवरेट किरदार रहा है।
- एक बातचीत के दौरान आरती से कपिल-कृष्णा विवाद पर बात हुई तो बोलीं, ‘कपिल माइंडब्लोइंग हैं पर कृष्णा एक संपूर्ण पैकेज हैं। कॉमेडी हो या एक्टिंग, कृष्णा हर जॉनर में अच्छा परफॉर्म करते हैं।’
- आरती बतातीं हैं हर भाई-बहन की तरह टीवी एक्टर कृष्णा और उनकी बहन व टीवी एक्टर आरती सिंह के बीच जहां एक ओर खूब नोक-झोंक होती है, वहीं दोनों के बीच की बॉन्डिंग भी काफी मजबूत है।
- कृष्णा आरती की हर बात को मजाक में लेते हैं, पर उसकी उतनी ही केयर भी करते हैं और आरती भी प्यार से कृष्णा को लल्लू कहती हैं।
- आरती कहती हैं कि दस साल तक कृष्ण से दूर रही हैं। इसलिए वह कृष्णा की लाडली हैं।
- साथ ही जब बात आती है भाई के प्रोफेशनल करिअर की तो आरती उन्हें शिखर पर देखना चाहती हैं।
पता नहीं कब किसकी किस्मत खुल जाए
- आरती बोलीं, टीवी एक्टर्स का काम बेहद चुनौतीपूर्ण है। रोज शूटिंग होती है।
- दिन में 3 घंटे ट्रेवल करते हैं और 12 घंटे शूटिंग करते हैं।
- किरदार और एक्ट के मुताबिक पल-पल मूड स्विंग्स बदलने पड़ते हैं।
- यह अपने आप में एक चुनौती है। वहीं दिलचस्प बात यह है कि इस इंडस्ट्री में कब किसकी किस्मत खुल जाए पता ही नहीं चलता।
- इसमें लिंक नहीं टैलेंट काम करता है। अगर लिंक काम करता तो अब तक तो मैं कहां-से-कहां पहुंच जाती।
पिता की तरह हैं ची-ची मामा
गोविंदा आरती के मामा हैं। वह निजी जिंदगी में कैसे हैं? इसपर आरती ने कहा कि वह पिता के समान हैं, जो एक पिता अपनी बेटी के लिए सोचते है, वह मेरे लिए सोचते हैं।