रेप्ड वुमन जैसा महसूस करने की बात कहकर विवादों में आए सलमान खान को लेकर अब एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने भी चुप्पी तोड़ी है। हाल ही में मीडिया ने जब प्रियंका से सलमान के बयान के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा- सबसे पहले तो यह सवाल आपको उस शख्स से पूछना चाहिए, जिसने यह कमेंट किया है। देश के रियल इश्यू पर बात करने की जरूरत...
प्रियंका बोलीं- मीडिया और एक वुमन होने के नाते हमें सबसे पहले अपनी पावर का सही इस्तेमाल करते हुए उन बातों पर गौर करना चाहिए जो वाकई में देश की बड़ी प्रॉब्लम हैं। आए दिन महिलाओं से जुड़ी कोई न कोई कंट्रोवर्सी मीडिया की हेडलाइन बनती है। हमें कंट्रोवर्सी हाइलाइट करने के बजाय महिलाओं से जुड़े रियल इश्यू पर ध्यान देने की जरूरत है।
सलमान के मुद्दे पर हो चुका है काफी शोर-शराबा...
प्रियंका ने कहा- बिहार की कुछ जगहों पर महिलाओं के साथ रेप हुआ लेकिन कोई इस मुद्दे पर बात करने के लिए क्यों तैयार नहीं होता। सलमान के मुद्दे पर पहले ही काफी शोर-शराबा हो चुका है अब मैं इस पर कुछ और नहीं कहना चाहती। मैं चाहती हूं कि रियल इश्यू पर बात की जाए और रियल इश्यू ये है कि हमारे देश में महिलाओं के साथ बेहतर बिहेव कैसे किया जाए।
सलमान ने कहा था- मुझे कम बोलना चाहिए
रेप्ड वुमन जैसा महसूस करने की बात कहकर विवादों में आए सलमान ने हाल ही में अपने बयान पर माफी तो नहीं मांगी, लेकिन कहा था कि विवादों से दूर रहने के लिए उन्हें कम बोलने की जरूरत है। बता दें कि हाल ही में मैड्रिड इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवॉर्ड्स (IIFA) 2016 की प्रेस-कॉन्फ्रेंस के दौरान सलमान ने प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण को 'हॉलीवुड रिटर्न' कहा था।
ये था मामला...
सलमान ने कहा था, ''जब सुल्तान की शूटिंग करते थे, तो छह घंटे उठा-पटक, उठा-पटक होता था। वह मेरे लिए काफी मुश्किल था। मुझे 120 किलो के पहलवान को 10 अलग-अलग एंगल से उठाना होता था।''
- ''इन छह से सात घंटे में मुझे उन्हें उठाकर और उन्हें मुझे उठाकर जमीन पर पटखनी देनी होती थी। रिंग में ऐसा एक बार नहीं, कई बार करना पड़ता था, ताकि रियल फाइट का फील आए।''
- ''शॉट के बाद जब मैं रिंग से बाहर निकलता था, मुझे रेप की शिकार महिला की तरह महसूस होता था। मैं सीधा नहीं चल पाता था।''
सलमान ने कहा था, ''जब सुल्तान की शूटिंग करते थे, तो छह घंटे उठा-पटक, उठा-पटक होता था। वह मेरे लिए काफी मुश्किल था। मुझे 120 किलो के पहलवान को 10 अलग-अलग एंगल से उठाना होता था।''
- ''इन छह से सात घंटे में मुझे उन्हें उठाकर और उन्हें मुझे उठाकर जमीन पर पटखनी देनी होती थी। रिंग में ऐसा एक बार नहीं, कई बार करना पड़ता था, ताकि रियल फाइट का फील आए।''
- ''शॉट के बाद जब मैं रिंग से बाहर निकलता था, मुझे रेप की शिकार महिला की तरह महसूस होता था। मैं सीधा नहीं चल पाता था।''
Source: dainikbhaskar